पीयर प्रेशर सकारात्मक और नकारात्मक?
पीयर प्रेशर को डील करने से पहले ये जानना आवश्यक है की पीयर्स किन्हें कहते हैं।
पीयर्स का अर्थ होता है समकक्ष लोग। पीयर्स वे लोग होते हैं जिनके अनुभव और रुचियां आपके समान होती हैं। पीयर्स वो लोगों को भी कहा जा सकता है जो लगभग आपकी उम्र के होते हैं जो आपके समुदाय या ग्रुप के होते हैं। सारे पीयर्स आपके मित्र नहीं होते पर इनका प्रभाव आप पर पड़ता है।
पीयर प्रेशर सकारात्मक और नकारात्मक दोनो प्रकार का हो सकता है। सकारात्मक पीयर प्रेशर आपको जहां सफलता की उचायियों पर लेकर जा सकता है। वहीं नकारात्मक पीयर प्रेशर में आपको आपका ही कोई मित्र या ग्रुप का कोई व्यक्ति ये महसूस करवाता है की ग्रुप का हिस्सा बने रहने के लिए आपको कुछ न कुछ करना आवश्यक है। यह ग्रुप इत्यादि में स्वीकृति से जुड़ा हुआ है। पीयर प्रेशर के कारण लोग शर्मिंदगी महसूस करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि वे अपने समुदाय या ग्रुप के मूल्यों के विपरीत काम कर रहे हैं। ये काफी डिप्रेसिंग हो सकता है।
बच्चे पीयर प्रेशर का शिकार क्यों बनते हैं?
कुछ बच्चे इसलिए पीयर प्रेशर का शिकार बनते हैं क्योंकि वो चाहते हैं की उनके साथी बच्चे उन्हें पसंद करें और वो ग्रुप में फिट होने के लिए पीयर प्रेशर में आकर कुछ चीजें करते हैं। उन्हें इस बात का डर होता है की बाकी बच्चे उन्हें तंग करेंगे और मज़ाक बनाएंगे। ओर कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जो जिज्ञासु होते हैं और वो वे सब चीज़ें ट्राई करना चाहते हैं जो बाकी बच्चे कर रहे होते हैं। उनको ये महसूस होने लगता है कि अगर बाकी सब ये चीजें कर रहे हैं तो शायद वो सही होंगे।
पीयर प्रेशर के कुछ उदाहरण :
1. किसी खास तरीके से फैशन करने की जरूरत महसूस होना
2. दूसरे लोगों को कॉपी करना
3. कुछ लोगों को सोशल गैदरिंग में शामिल न करना
4. नशीले पदार्थों का सेवन
5. खतरनाक तरीके से या तेज ड्राइविंग करना
6. किसी को बुली करना
7. सेक्सुअल एक्टिविटीज में शामिल होना
पीयर प्रेशर से बचने के कुछ तरीके :
1. आप क्या महसूस करते हैं इस पर फोकस करें:
अगर आपको कोई चीज सही प्रतीत नहीं हो रही हो या कोई भी स्थिति में आप कंफर्टेबल महसूस नहीं कर रहे हो तो शायद वो सचमुच आपके लिए सही नहीं हैं। चाहे आपके दोस्तों को वो स्थिति ठीक क्यों न लग रही हो, आप अपने दिल की सुनें।
2. प्री प्लान:
आप आने वाली स्थितियों के बारे में पहले से थोड़ा चिंतन करके रखें की आप वहां कैसे रिएक्ट करेंगे, क्या बोलेंगे और क्या करेंगे। आप अपने विकल्प सोच कर रखें।
3. अपने माता पिता से बात करने का तरीका इजाद करें:
आप कोई ऐसे सीक्रेट तरीके से अपने माता पिता से वार्तालाप करने की कोशिश करें जिस से उन्हें ये मालूम पड़ जाए की आपको उनकी सहायता की आवश्यकता है और वो आपको उस स्थिति से बाहर निकलने में आपकी मदद कर पाएं।
4. समान मूल्यों और विचारों वाले लोगों से दोस्ती:
जब आपकी सोच एक दूसरे से मेल खाती है तो वहां ना करना आसान होता है और साथ ही अंडरस्टैंडिंग भी ज्यादा होती है। आप आसानी से उन्हें अपने दिल की बात शेयर कर सकते हैं।
5. किसी एडल्ट से सहायता:
ये एडल्ट कोई भी हो सकता है, आपका टीचर, पैरेंट कोई बड़ा भाई बहन जो आपकी मुसीबत को समझे और आपको उससे से बाहर निकलने में मदद करें। कई बार बच्चे अपने बड़ों से बात करने में डर महसूस करते हैं। ऐसे में बड़ों को चाहिए कि वे एक मित्र की भांति उनकी समस्या को समझें और समाधान करें।
6. ना करना सीखना:
मनुष्य में ना करने की कला का होना बहुत आवश्यक है ताकि आप बिना सॉरी बोले या एक्सप्लेन करे न बोल पाएं। फिर भी अगर आपके पास कोई बहाना भी हो तो ना बोलना और भी आसान हो जाता है और आप उस सिचुएशन से निकलकर घर जा सकते हैं।
7. जो मित्र प्रेशर बना रहा है उससे बात करना:
आपका जो भी मित्र आप पर कुछ करने का दबाव बना रहा हो आप उस से बात करें की आप उस चीज के बारे में क्या सोचते हैं और उसे ऐसा करने से रुकने के लिए बोलें।
8. अपना फ्रेंड सर्कल बदलें:
अगर आपको लगता है कि पीयर प्रेशर के कारण आपको अनचाहा स्ट्रेस हो रहा है या आपको अनचाही चीज़ें करनी पड़ रही हैं तो आप पहले अपने साथियों से बार करें। अगर फिर भी कोई समाधान नहीं निकलता है तो जरूरत है कि आप अपना फ्रेंड सर्कल बदलें और कुछ अच्छे दोस्त बनाएं जो आपको अच्छी चीजों के लिए प्रेरित करें।
9. अपने आप को व्यस्त रखें:
पीयर प्रेशर से होने वाले दबाव से बचने का एक तरीका यह भी है कि आप अपने आप को व्यस्त रखें ताकि आप बुरे प्रभावों से अपने आप को दूर रख सकें।
नकारात्मक पीयर प्रेशर के कारण ऐसा देखा गया है कि कुछ बच्चे गलत कदम उठा लेते हैं या बुरी आदतों के शिकार बन जाते हैं जिसका असर उन पर, उनके भविष्य पर और माता पिता पर पड़ता है। इसलिए पीयर प्रेशर से डील करना बेहद आवश्यक है। बच्चों को खुद की स्कार्टनेस पर भरोसा करना चाहिए और दूसरों की बिना सोचे समझे फॉलो नहीं करना चाहिए।